Bewafai Poem by GOVIND MUDGAL

Bewafai

मेरे लबोँ पर ना कभी भी,
अब तेरा नाम आयेगा।
मेरी खातीर ना तुझ पे अब,
कोई ईलजाम आयेगा।
तोडकर भी कोई देखे,
मेरे इन दिल के टुकडोँ मेँ,
की हर टुकडे से बस केवल,
तेरा ही नाम आयेगा।
G.N.M

Tuesday, August 12, 2014
Topic(s) of this poem: LOVE
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