रूप Poem by Ajay Srivastava

रूप

जो बेजान पथतर मे जान डाल दे
और उसे पुजा के योगय बना दे उसे मूरतीकार कहते है 11
c जो कोरे कागज पर जीवन के रग भर दे
और उसे प्रदर्शन के योगय बना दे उसे चिञकार कहते है 11
c जो मूर्ख को समझदार बना दे
और उसके ज्ञान को सही दिशा की ओर ले जाए उसे शिक्षक कहते है 11
जो ज्ञान अच्छे काम के लिए उपयोग करता है
और प्रसार करने मे परयास रत रहता है उसे सदाचारी कहते है 11
जो सदगुण और सदविचार को अपनाताहै
वे देशभक्त के रूप में जाने जाते है 11

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