आगमन Poem by Ajay Srivastava

आगमन

धीमी गति से चलता हुआ
काले और हलके बादलो का समूह 11
अचानक से तेज आवज मे
बिजली की कडक के साथ ही
मिटटी से निकलती मोहक खूशबू
कहती आपका स्वागत है वर्षा ऋतु 11
सभी के चेहरे पर मुसकान
आशा की किरण की तरह
अच्छी फसल और गर्मी
से राहत की आशा 11
छोटे बच्चे कागज की
नाव चलाने का आनंद लेते हुए 11
युवा बारिश में नहाने
का आनंद लेते हुए 11
पशु जमीन पर लोट लगाते
और पक्षी भी चहचहाते नाचते 11
खाली तालाब और नदी के पानी से भरपूर
वर्षा ऋतु का आगमन
चारो तरफ खुशहाली का संकेत है 11

COMMENTS OF THE POEM
READ THIS POEM IN OTHER LANGUAGES
Close
Error Success