hilal chandausvi Poems

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1.
काट आये हैं

2.
Roshni Ho Jayegi

3.
Insaan Ho Jaye

कि इससे पेशतर मंज़र सभी वीरान हो जायें ।
चलो आओ कि ख़ुद में हम सभी इंसान हो जायें ।

ग़रीबों में भी थोड़ी रोशनी तक़सीम कर देना-
...

4.
Raat Bhar

इक दीया जगमगाता रहा रात भर।
दिल की दुनिया सजाता रहा रात भर।

ग़म के तूफ़ान में दिल की दहलीज पर-
...

5.
Aisa Hai

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