किसे अजनबी कहूँ Poem by Pappu Parihar

किसे अजनबी कहूँ

किसे अजनबी कहूँ,
किसे पहचाना कहूँ,
नज़र जिनसे मिली,
कैसे बेगाना कहूँ,

असर दिल पर हुआ,
इश्क उनसे हुआ,
कैसे अनजाना कहूँ,
कैसे बेगाना कहूँ,

नज़र आने लगे,
दिल में सामने लगे,
बात होने लगी,
कैसे बेगाना कहूँ,

दिन जाने लगे,
रात जाने लगी,
शादी होने लगी,
कैसे बेगाना कहूँ,

Wednesday, October 29, 2014
Topic(s) of this poem: love and pain
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