Sandeep Dubey

Sandeep Dubey Poems

ये जो तीरे नज़र है तुम्हारी सनम,
देखता रहू बस इसे हर छण हर दम!
तेरी मदमस्त आँखों का दीवाना हू मै,
तेरी दिलकश अदाओं का तराना हू मै!
...

Ye taro ka chamakna,
Ye raat ki khamoshoi,
Ye sard hawao ki thandak,
Madhosh kar dete hai dil,
...

When I see your charmaing eyes,
Then I do smile.
When I see your silky hairs,
Then I do smile.
...

Ye Hawa ki lahar kuch kahti hai,
Ye suraj ki roshni kuch khti hai,
Ye basant ka suhana mausam kuch khta hai,
Ye barsat ki raat kuch khti hai.
...

देश की घटिया राजनीति का मजा लीजिये
और सुबह शाम राम राम भजा कीजिये |

जब चुनाव आता है तो प्रभु याद आते हैं
...

6.

जिसकी आवाज लगती थी दिलकश कभी,
जिसकी आवाज के बिन दिन था बीतता नहीं,
जिसकी मुस्कुराहटो से दिल था भरता कभी,
जिसकी प्यारी अदाओं से आता था सुकून,
...

नफरत की लपटों में,
वहशीपन की ज्वाला में,
वैमनस्यता की आग में,
जल रही है मानवता,
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Sandeep Dubey Biography

Sandeep Dubey is a Science Graduate(P/C/M) from Dr RML Awadh University, Faizabad and Having 3 Years Certificate in Software Engg(GNIIT) from NIIT South Ex New Delhi. Sandeep Dubey lives in Delhi and works with India's largest B2B marketplace IndiaMART.com in Noida, India.)

The Best Poem Of Sandeep Dubey

Khwahish (The Most Romantic Poem)

ये जो तीरे नज़र है तुम्हारी सनम,
देखता रहू बस इसे हर छण हर दम!
तेरी मदमस्त आँखों का दीवाना हू मै,
तेरी दिलकश अदाओं का तराना हू मै!

इन झील सी आँखों में डूबने की ख्वाहिश,
इस चाँद से चेहरे को देखने की ख्वाहिश!
दिल में बस यही एक आरजू लिए,
भटकता रहू मै बस भ्रमर की तरह!

इस मधुमती सौंदर्य पे भ्रमण करने की ख्वाहिश,
इस पुष्प रूपी सौंदर्य पे विचरण करने की ख्वाहिश!

तेरी रेशमी जुल्फों से खेलने की ख्वाहिश,
तेरी इन प्यारी आँखों में बस जाने की ख्वाहिश!
तेरी चूडियों की झंकार बन जाने की ख्वाहिश,
तेरे पायलों की आवाज बन जाने की ख्वाहिश,

तेरे सुर्ख होठो पे झरना सा बसाने की ख्वाहिश,
तेरे दिल से अपने दिल को लगाने की ख्वाहिश,
तुझे अपने बाहों में भर लेने की ख्वाहिश,
तुझ पर सारी खुशियाँ लुटाने की ख्वाहिश,

तेरे माथे की बिंदिया बन चमकने की ख्वाहिश,
तेरी रातरानी जुल्फों को महकाने की ख्वाहिश,
तेरी मखमली बदन को सँवारने की ख्वाहिश,
अपने आगोश में तुझको समा लेने की ख्वाहिश,

तेरे यौवन को स्वर्ण सा बनाने की ख्वाहिश,
तेरी कोयल सी आवाज को दिल में सामने की ख्वाहिश,
तेरी दिल की धड़कन बन जाने की ख्वाहिश,
तेरे लबो पे हर पल मुस्कराहट लाने की ख्वाहिश,

तेरी जुल्फों की घटाओं में खो जाने की ख्वाहिश,
तेरे मादक अदाओं में डूब जाने की ख्वाहिश,
बारिश में तेरे संग भीगने की ख्वाहिश,
सर्दी में चादर बन तुझे ढक लेने की ख्वाहिश,

मोहब्बत की तालीम पढ़ने की ख्वाहिश,
तेरे पग शूल को हाथो से निकलने की ख्वाहिश,
तेरे चांदी से बदन में मिल जाने की ख्वाहिश,
दिन की शुरुआत तेरे हसते हुव़े चेहरे से करने की ख्वाहिश,
सुहानी शाम तेरे संग बिताने की ख्वाहिश,

तेरे संग प्यार के समुन्दर में गोते लगाने की ख्वाहिश,
तेरे हुस्न के रिमझिम में बह जाने की ख्वाहिश,
तुझे दरिया सी निर्मल बनाने की ख्वाहिश,
तेरे रसभरी झरने के सुरों में डूब जाने की ख्वाहिश,

तेरे ख्वाबो की दुनिया बसाने की ख्वाहिश,
उस दुनिया का राजकुमार बन पाने की ख्वाहिश,
तेरे रूह को रूह से मिलाने की ख्वाहिश,

तेरे जिस्म की खुशबू को खुद में समां लेने की ख्वाहिश,
खुद आवरण बन तुझे धूप से बचने की ख्वाहिश,
खुद दिया बन तेरी दुनिया में उजाला करने की ख्वाहिश,
दुनिया के रंजो ग़म भुला तेरे संग खुश रहने की ख्वाहिश,
तेरी हथेलियों पे सर रखकर सो जाने की ख्वाहिश,
तेरे सुख दुःख का साथी बन जाने की ख्वाहिश,
तुझे दुनिया की बुरी नज़रो से बचाने की ख्वाहिश,

तेरी गर्म सासों की ठंडक बन जाने की ख्वाहिश,
तुझे सावन में संगीत सुनाने की ख्वाहिश,
पर्वतो पे तेरे संग घुमने की ख्वाहिश,
समुन्दर की लहरों में संग भीगने की ख्वाहिश,
जन्नत तेरे कदमो में रख देने की ख्वाहिश,
तेरे संग आशियाना बसने की ख्वाहिश,
तेरे श्रिंगार का देवता बन जाने की ख्वाहिश,

तुझे अपने दर्पण की नायिका बना लेने की ख्वाहिश,
तेरे बालो को हाथो से सवारने की ख्वाहिश,
तेरे चुम्बनी बदन को प्यार से स्पर्श करने की ख्वाहिश,
तेरे माथे को अनुराग से चूम लेने की ख्वाहिश

ख्वाहिशो का समुन्दर लहरा रहा मेरे दिल में,
अरमानो की दरिया बही जा रही मेरे मन में,
न जाने वो दिलकश घड़ी कब आएगी!
ना मालुम ये सुहाना सफ़र कब तय होगा,
जहाँ मेरी ख्वाहिशे तेरी ख्वाहिशो में बदल जाएगी,
जहा मेरे साथ तू होगी और ये तेरा दिल होगा! !

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