जाने उस वेवफा ने मुझको क्या खिलाया था Poem by Avshesh Vishwakarma

जाने उस वेवफा ने मुझको क्या खिलाया था

जाने उस वेवफा ने मुझको क्या खिलाया था
दिल टूटने के बाद भी उसका ख्याल आया था
बहुत उलझा सा था मेरी मुहब्बत का सफर
आंख अपनी थी लेकिन आसूं पराया था

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नमस्ते लंदन
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