प्रचार तंत्र वालो ने ताली बजा बजा कर
जांच विभाग के आगे जो नाच कर
पूछा कहाँ हुआ किस घर का हुआ ।
तभी बिना रुके मंत्री के ढोलक की आवाज ने
जांचकर्ता को भी नाचने के लिए मजबूर कर दिया ।
फिर क्या था वादी ने अपने सुनहरे गोटे का संदूक दिखा कर
जांच करता से कहा ढकन उठा कर दिखाऊ क्या ।
छके तो मन माना ले गए ।
बेचारे बेबस जांचकर्ता इन भ्रष्टाचारी छको से
अपने देश के बच्चो के लिए खली दुआए लेते रह गए।
यहाँ आपने व्यवस्था व सत्ता का सुख भोग रहे नेताओं द्वारा तथाकथित स्वायत्त संस्थाओं के अधिकारियों को अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करने पर सुंदर कटाक्ष किया है. धन्यवाद. तभी बिना रुके मंत्री के ढोलक की आवाज ने जांचकर्ता को भी नाचने के लिए मजबूर कर दिया ।
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Verily, a true depiction of the politicians and those concern with politicians......10