Tomorrow Never Come Poem by NADIR HASNAIN

Tomorrow Never Come

मस्तीइइ का मौक़ा है चढ़ती जवानी है
रूप का राजा कोई रूप की रानी है
कोई माला माल तो कोई कंगाल
किसको पता यारो हैं जीने कितने साल

नाचो गाओ ख़ुशी मनाओ जब तक साथ है दम
क्यों की Tomorrow Never Come -2

दुन्या है ये फ़ानी सारी एक दिन मरना है
आना होगा आएगी ही मौत से फिर क्यों डरना है
हरपल जीना सीखो यारो भूल के सारे ग़म
क्यों की Tomorrow Never Come -2

गोली खा कर मरता कोई कोई एक्सीडेंट से
जाता है जो वह भी मरता पूरे कॉन्फिडेंस से
करलो ख्वाहिश पूरी सारी रहें रहें ना हम
क्यों की Tomorrow Never Come -2

जितने मरते यार जहाँ में स्वर्ग में क्या वह जाएंगे
जैसी करनी वैसी भरनी सज़ा किये की पाएंगे
हर पल को ही आओ मिलकर स्वर्ग बना लें हम
क्यों की Tomorrow Never Come -2

: नादिर हसनैन

Sunday, May 13, 2018
Topic(s) of this poem: funny,love
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