Hind Haiku (Pyar Ka Rang) Poem by S.D. TIWARI

Hind Haiku (Pyar Ka Rang)

कभी हो जाता
आसमान सा नीला
प्यार का रंग

कभी फूलों के
पंखुड़ी सा रंगीला
प्यार का रंग

रात में काला
दिन में है उजला
प्यार का रंग

पानी के जैसा
कभी रंग विहीन
प्यार का रंग

जिस में मिले
रंगे उसी के रंग
प्यार का रंग

महकता भी
चमकने के संग
प्यार का रंग

चढ़ जाये तो
कभी उतरे नहीं
प्यार का रंग

(C) S. D. Tiwari

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