सुदामा चरित Poem by Mohit Chahal

सुदामा चरित

पहरेदी – “हे प्रभु! सुनो सुनो
नींद से अपनी कृप्या उठो।
आया एक व्यक्ति बहुत गरीब
वस्ञ उसके हैं बहुत अजीब।
नाम सुदामा बता रहा हैं।
नहीं यहाँ से जा रहा है।
काम नहीं बता रहा है
आपको केवल पुकार रहा है।”
श्री कृष्ण – “आओ आओ सदामा आओ
मुझे तुम और अब न सताओ।
कहाँ थे तुम मेरे प्रिय सुदामा
तुमसे मिलने को मुझे चाहिये था बहाना।
तुम्हारी सारी ज़रूरतें मिलेंगीं
तुम्हारे कहने पे दुनिया हिलेगी।”
सुदामा – “माफ़ करना, मुझे जाना है
फिर जो लौटके आना है।”

POET'S NOTES ABOUT THE POEM
This poem is written about the story of Krishna and Sudama.
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Mohit Chahal

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Badshahpur
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