बेवफाई नहीं करता Poem by Gillu Rahul

बेवफाई नहीं करता

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हालात से लड़ता हूँ, किसी की रहनुमाई नहीं करता,
हा मै प्यार करता हूँ, बेवफाई नहीं करता ।

सर पे आज ताज है मेरे तो कुछ बात जरूर रही होगी,
दिलो पे राज़ करता हूँ, तानासाही नहीं करता ।

लोग खिलाफ होंगे तभी उभर के आऊंगा मै,
मै झूठ नहीं कहता, वाह-वाही नहीं करता ।

मुझपे हसने वाले जा कोई और वजह ढूंढ,
छोटी मोटी बातों के लिए मै लड़ाई नहीं करता ।

और लडूंगा जिस दिन उसके लिए सारी दुनिया से,
फिर ये मत कहना के मै तबाही नहीं करता ।

#गिल्लू

बेवफाई नहीं करता
Tuesday, April 21, 2020
Topic(s) of this poem: motivational
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Gillu Rahul

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Patna
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