Your Voice (Hindi) तुम्हारी आवाज Poem by S.D. TIWARI

Your Voice (Hindi) तुम्हारी आवाज

जायेगी आवाज ये, दुनिया से गजब होयेगा।
गा दिया ऐसा तुमने, जाओगे, जगत रोयेगा।

होगे मगन उस जहां में, बाबुल के अंगना तुम तो,
तुम्हारी आवाज लिये, संसार ये संजोएगा।

होगी पैदा ना फिर से, कोई इक आवाज नयी,
ऐसे कभी गीत नये, ना फिर कोई पिरोयेगा।

तुम भी देख रोओगे, खुद के चाहने वालों को,
बारिशों के संग आंसू, जमीं पर गिर भिगोएगा।

बहुतेरे दिवाने तेरे, मिश्री घुले तरानों के,
इश्क में डूबा कोई, रातों को कैसे सोयेगा।

गुनगुनाओगे जब तुम, वहां पर भी गीत कोई,
हवाओं से सुन के यहाँ, मस्ती में जहाँ खोयेगा।

सुरों से हो के युदा, रोयेंगे तो हम भी ‘देव',
याद में तुम्हारी ये तो, रेडियो बड़ा रोयेगा।

एस. डी. तिवारी
by S. D. Tiwari

POET'S NOTES ABOUT THE POEM
Love of millions, the unique magical voice of Bharat Ratn Lata Mangeskar. She is melody queen of the earth..
COMMENTS OF THE POEM
Be the first one to comment on this poem!
READ THIS POEM IN OTHER LANGUAGES
Close
Error Success