Sonali Chakraborty Ki Prem Kavita (Hindi) Poem by Malay Roychoudhury

Sonali Chakraborty Ki Prem Kavita (Hindi)

सोनाली चक्रवर्ती की प्रेम कविता

दर्द को प्यार करता है - मांस में प्यार का दर्द -
मैं निष्ठुर हूँ, Nivier का मुखौटा पाउडर राख
घर में लैंग्टो में - जले हुए पांडुलिपियों की गंध
प्यार प्यार - अप्रत्याशित मुलाकात -
ट्यून नहीं ड्राफ्ट कार्ड - मेमोरी दें - मेमोरी दें -
देवी के फ्रेम में डिजिटल अनुचित रूप
निखिलिता पूर्णिमा, क्यों सुंदर देवी!
अवचेतन खलीफा के फतवे - जल्द से जल्द आस्तिक -
काश, नास्तिक अपने आप में नास्तिक होता है।
मूर्ख मत बनो - गोल्डन हिरण कौन है या चाहता है?
उबलते बिस्तर में प्रेमी - खदिरशुल रूपी - अकेलापन और अभाव -
अब्राहम के तीन बेटे मुझ पर क्यों लदे हैं?
मैं लांस खलीफा हूँ, नीवर मास्क पाउडर राख-
पंचबटी हाइपरल जंगल आपको घेर लेते हैं
घुमक्कड़ - हुक - नूलो - टोटोबाका - खोखर -
नाम्बद्रो - लोपर - दस्तूर - झूठ - जुआरी - मनका -
राजनीतिज्ञ - जब ज्योतिषी आपके बाएं हाथ को रखता है -
आप शहर हैं - सड़क मार्ग - सड़क -
तुम अंत में समाप्त नहीं होना चाहते, तुम समाप्त नहीं होना चाहते
अपनी ही शैली का दर्द लपेटें - क्या वह नौजवान है? चीनी मैं!
वह दर्द की तरह आपके मांस से नहीं लिपटी - जैसे -
जब समय आएगा - दूल्हे के सभी पंख - मखमल - stilato -
भौं कड़ककन्या जादू - हाथ में आपकी उंगलियां क्यों हैं?
मैं निष्ठुर हूँ, Nivea का मुखौटा पाउडर राख -
घर चलना लैंटानो - पड़ोसियों का पसंदीदा पागल -
सच्चाई का झूठ असुविधाजनक है - आंखें बज़ी - एक दिन सब चलता है -
अभी क्यों नहीं? खादिरचुल रूपी? तुम प्यार करते हो या स्वर्ण मृग?
मुझे विश्वास नहीं हुआ - मैं घबराया नहीं - मैंने हार नहीं मानी - मैंने कोशिश नहीं की
दर्द शरीर को प्यार करता है - प्यार दर्द में दर्द -

Saturday, February 1, 2020
Topic(s) of this poem: love
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