Khush Rahana Seekho खुश रहना सीखो Poem by S.D. TIWARI

Khush Rahana Seekho खुश रहना सीखो

जीवन जीना भी मित्रों, होता ना आसान
किये बिना संघर्ष के, पूरे ना हो काम
पूरे ना हो काम, मेहनत करना सीखो
थोड़े में संतोष और खुश रहना सीखो
जो होता है प्राप्त, उसी में रहकर प्रसन्न
करते रहें प्रयत्न, उन्हीं का सुन्दर जीवन


(C) S. D. Tiwari

Wednesday, June 17, 2015
Topic(s) of this poem: philosophy
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