Joy Poem by Ashutosh ramnarayan Prasad Kumar

Joy

ले लो कविता ले लो कविता कवितावाला आया है
कम से कम दामों में सुंदर सुंदर कविता लेकर आया है
बाबू जी बस आवाज़ देना मैं पास आ जाऊँगा
सब रंग के कविता हैं जो पसंद है उसे दिखाऊँगा
सब रस सब रंग सबको इसमें मैंने मिलाया है
ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं
ये कविता है बारिशवाली दिल की प्यास बुझाती है
ये कविता है यौवन वाली तन की व्यास मिटाती है
ये कविता है मालिशवाली सब दर्द मिटाती है
देखिये ये कविता जो मीठे सूर में गाती है
नहीं पसंद है ये सब तो कुछ दूसरा दिलाता हुँ
समझ रहा हूँ आपको ये सब पसंद नहीं आया है
............, , , , ,
इसके पन्ने पर मत जायें इसमें बातें रंगीन है
इसमें खजुराहों के चित्र का वर्णन बड़ा हसीन है
इस कविता को देखिये लेकिन पढ़कर नहीं सुनायुँगा
पेट के ख़ातिर लिखा है मैं और ज़्यादा नहीं बतायेगा
बाबू जी पता नहीं है यह कविता सबसे ज़्यादा बिकती है
न जाने इसमें कैसी मस्ती है
बाबू जी नाराज़ न हो दूसरी दिलाता हुँ
लेकिन इसको बहुत मुश्किल से लिख पाया हुँ
...............
इस कविता में बाबूजी आपको सब धरमों का सार मिलेगा
इसमें सिफ धरती गगन नहीं सारा संसार मिलेगा
इसमें आपको दिल से दिल जोड़ने की कला मिलेगी
इसमें कृष्ण की रासलीला और राम की रामलीला मिलेगी
आपके अंदर का अंधकार मिटे वो । भी उजाला लाया हुँ

COMMENTS OF THE POEM
Gajanan Mishra 28 August 2014

dil se dil jodne ki kal- poems, very true sirji. I give honor to you, Namaskar. go on submitting poems of different colors. thanks,

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