Holi Geet (Hindi) होली गीत Poem by S.D. TIWARI

Holi Geet (Hindi) होली गीत

होली गीत

आई है होली मतवाली, खेलेंगे जी भर रंग।
करेंगे ना परहेज आज, चढ़ा लेंगे थोड़ी भंग।
जोगीरा स र र र - २
ले के रंग, गुलाल घर से, निकल पड़ी है टोली।
नाचत, गावत, ढोल बजावत, खेलन को होली।
जोगीरा स र र र - २
बाज रहा है ढोल मजीरा, गूंज रहा है फगुआ।
देख रंग, जोगी का मन, होली में रंगीन हुआ।
जोगीरा स र र र - २
चोली भीगे, चुनरी भीगे, भीगे अंगिया सारी।
जीजा ने उठाई पिचकारी, साली पे दे मारी।
जोगीरा स र र र - २
ऋतु हुआ जवान देख, बुढऊ पर जवानी छाई।
फागुन मास, होली आई, भर भर खुशियां लाई।
जोगीरा स र र र - २
सरसों फूली, अमवा बौराये, छाय रही उमंग।
झूम झूम के घूमें इत उत, गाय रहे मकरंद।
जोगीरा स र र र - २

एस० डी० तिवारी

Tuesday, March 22, 2016
Topic(s) of this poem: festival,happy,hindi
COMMENTS OF THE POEM
Douglas Scotney 22 March 2016

I like the way the letters hang on a line like washing

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