हम कभी भी Ham Kabhi Bhi Poem by Mehta Hasmukh Amathaal

हम कभी भी Ham Kabhi Bhi

Rating: 5.0


हम कभी भी बिगड़ते नहीं देखेंगे

इतनी असहिष्णुता क्यों पनप रही है?
क्यों बड़े पदों पर बिराजमान महानुभावों में झड़प हो रही है?
क्यों ये लोग मजहब के नाम पर मानवता का खून कर रहे है?
क्यों छोटी बच्चियों पर बलात्कार के किस्से बढ़ रहे है?

चार साल की बच्ची को आप किस नजर से देख रहे है?
बढ़ते हुए अपराध को लेकर आपकी कोख क्यों चिंतित हो रही है?
क्या यही है अंजाम जिसको लेकर हम आज भी प्रताड़ित है?
इतने छोटे बच्चे आज सबके सामने पीड़ित है!

हमने बड़ा ट्रेलर ओरतो के बारे में देख लिया
स्कूल और व्यवसाय पर जाती महिला पर भी अत्याचार होते देख लिया
देश कितनी अधोगति की और जायेगा यह कोई बता नहीं सकता!
'मेरा देश महान है' इस बात का आज में गौरव नहीं ले सकता

हम बलात्कार की सीमा को लाँघ चुके है
घुस लेने की कला को हम साध्य कर चुके है
'बस लूटना है तो गरीबो को लुंटो '
मजहब का जहर प्यार से गुटो।

'बच्चे है कभी कभी गलती कर जाते है'
अपनी ही माँ बहनो के लिए ज्यादती कर रहे है
देश की न्याय व्यस्था को कटघरे में खड़ा कर देते है
ऐसे लोगों को हम क्यों सन्मान देते है?

आज किसी को इतना गीला नहीं
काला धन कौन वापस लाएगा इसकी भी परवाह नहीं
उनकी संपत्ति इतने सालो में दिन दुगुनी रात चौगुनी क्यों हुई इसका भी गीला नहीं
पर गिला है तो इस बात का की 'गरीबो की सुनवाई क्यों नहीं'?

जब तक बलात्कारियोको खुले में फांसी दी नहीं जाती
जब तक कौभान्डियों को बाकि कैदियों की तरह सख्ती नहीं की जाती
देश की सुरक्षा को हम नजरअंदाज कर रहे है
सरहद पर हो रही गतिविधियोंको महज अनदेखी कर रहे है।

में हरबार इसका जिक्र कर रहा हूँ।
जानबूझकर अस्त्रों की आपूर्ति फिक्र नहीं कर रहे है
जो अस्त्र शस्त्रागार में है उसे नाकाम कर रहे है.
हवाई जहाज को हवा में और पनडुब्बी को पानी में उड़ा दे रहे है

यदि बच्चियों के बलात्कार की घटनाएं चिंता का विषय है
तो भारतमाताकी रक्षा के बारे में अपना क्या आशय है?
क्या इसी तरह उनके हम खाने देंगे और गुमराह होते रहेंगे?
अपने देश का भविष्य हम कभी भी बिगड़ते नहीं देखेंगे

Sunday, April 13, 2014
Topic(s) of this poem: poem
COMMENTS OF THE POEM
Mehta Hasmukh Amathalal 13 April 2014

2 people like this. Hasmukh Mehta welcome sudhan prajapati n jams ahir 3 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 13 April 2014

Prakher Ranawat likes this. Prakher Ranawat yr sahi bol rahe ho so nic 4 hrs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 13 April 2014

2 people like this. Hasmukh Mehta welcome sp dholu n ashish dhanani 3 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 13 April 2014

Santoshkumar Rout likes this. Hasmukh Mehta welcome 2 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 13 April 2014

Hasmukh Mehta welcome Shivam ???na? like this 4 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 15 April 2014

welcome manoj srivastva 2 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 15 April 2014

Mukesh Sharma ???? ?????.. 9 hrs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 15 April 2014

welcome gp maurya rajat 2 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 13 April 2014

welcome khushi raaj 13 mins · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathalal 13 April 2014

welcome taran singh 2 secs · Unlike · 1

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Mehta Hasmukh Amathaal

Mehta Hasmukh Amathaal

Vadali, Dist: - sabarkantha, Gujarat, India
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