मंगलयान को बधाई (Congrats...mangalyan/MoM) Poem by Pawan Kumar Bharti

मंगलयान को बधाई (Congrats...mangalyan/MoM)

पहले प्रयास मे लक्ष्य तक पहुँचे मंगलयान को बधाई!
इस दुनिया के ऐसे पहले देश हिन्दुस्तान को बधाई! !
जिस जिस की शुभकामनाएँ इस अभियान से जुड़ी थी!
साँस थाम के इंतजार कर रहे हर इंसान को बधाई! !
कहते हैं जो अक्सर कि हमे क्या फ़र्क पड़ता है..!
जो समझ ही ना पाया उस हर नादान को बधाई! !
नाम देश का आज फिर दुनिया मे गूँज रहा है!
देश के गौरव, प्रतिष्ठा और स्वाभिमान को बधाई! !
भारत के लोग भले विज्ञान की कद्र ना करें 'पवन'!
इस मील के पत्थर पर भारत के विज्ञान को बधाई! !

Thursday, September 25, 2014
Topic(s) of this poem: science
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This poem is based on the success of Indian Mars Mission in its first attempt.
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