भजन करते रहेंगे
जो मिलना था
वो ना के बराबर था
उसको अब सरभर करना था
पर वो हो नहो रहा था।
हमने एड़ी तक का जोर लगा दिया
सब का लेख जोखा कर दिया
पर बात नहीं बनी तो नहीं बनी
हमने भी मन से ठान ही ली।
आप कब तक हमें दूर रखोगे?
कुछ तो आप भी खोओगे
भक्त को कबतक नाख़ुश रखोगे?
खुद भी तो ना सो पाओगे।
बहुत सूना है आपका नाम
पर हमने पी रखा है जाम
सुबह शाम आपकी ही माला जपते है
सपने ही हम हंस लेते है।
कुछ ना मिले तो वो सपना ही है
हाथ में ना हो तो वो अपना नहीं है
इसलिए तो आस लगाएं रहते है
भक्त के नाम पर बगल में छुरी नहीं रखते है।
दे दो हजार हाथ वाले
हम नहीं पीछे हटने वाले
बस यु ही जाप करते रहेंगे
आप की रट में रत होकर भजन करते रहेंगे।
कुछ तो संवार लो सांवरे
हम तो जो है अनाड़ी ठहरे
बस थोड़ा ज्यादा मिल जाएगा तो आपको भूल थोड़े ही जाएंगे
बस जयकारा करेंगे और गुणगान गाते रहेंगे.
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