Achchhe Din Aa Gaye Poem by AVINASH PANDEY KHUSH

Achchhe Din Aa Gaye

Rating: 5.0

अच्छे दिन आ गये, मोदी जी छा गये
ईंसानियत मे डूब कर फरिस्ता बन जाओ, दिल की गहराईओ से रिस्ता निभाओ
सिर्फ मंजिले पाना ही तुम्हारा लक्ष्य नही, पथ की खाईयो को भी हटाते जाओ
अच्छे दिन आ गये, मोदी जी छा गये, उजियारा छा गये अंधेरे को खा गये
बहुमत से आ गये रे, हो मोदी आला रे आला अब कैसे करोगे घोटाला
मोदी आला रे आला अब कैसे करोगे घोटाला...............................2
मनमोहन की गइ सरकार, कांग्रेस की हुई है हार
न्यायाधीश है जनता का प्यार
चहुओर बी. जे. पी. दिखात है कांग्रेस तो भागी जात है
केजरीवाल की गई सरकार, दिल्ली जिसने छोडा यार
लालु और नीतिश छटपटात है, साईकिल त डायल होये जात है
माया का है पत्ता गुल, मुलायम का 5 मुल्य
चहुओर बी. जे. पी. दीखात है कांग्रेस तो भागी जात है
16 मई का चमत्कार, पाक मे मच गया हाहाकार
चाईना की क्य औकात मोदी जब भारत के साथ
कहते है कहते है मोदी जी कहते है एकता बनायेंगे
जैसे नदियॉ हो अनेक सबमे बहता है द्रव एक
चाहे भाषा हो अनेक सबके दिल के सुर हो एक
भारत मे है राज्य अनेक, सब मिल कहलाते है देश
भारत भाग्य विधाता है मोदी जिसका ढाचा है
पाक हो गया है नापाक चाईना की क्या औकात
26 मई के शाम की बात 2014 के साथ
भारत का है शुरु विकाश मोदी सरकार के साथ, मोदी मे है सात अवतार जिससे हो जाये चमत्कार
एकता के सुत्र को जगाओ प्यार को बढाते जाओ प्यार से मेरे देश मे आज से प्यार को तुम जगाओ

Achchhe Din Aa Gaye
Thursday, December 25, 2014
Topic(s) of this poem: fun
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on modi sarkar to opposite party
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AVINASH PANDEY KHUSH

AVINASH PANDEY KHUSH

20/10/1995 JAUNPUR U. P. BHARAT
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