प्रिय भारत Poem by Ajay Srivastava

प्रिय भारत

मेरा भारत हमारा सब का प्रिय भारत
हमेशा खुशहाल और सम्पन्न रहे
यह है हमारा सबका है प्रण
सारे विश्व में सबसे आगे हो हमारा भारत
यह है हम सबका प्रण
तुम्हारे साथ है हर धर्म का आशीर्वाद
तुम्हारे साथ है मेहनतकश और ईमानदार भारतवासी
तुम्हारे पास हम सब को अपनाने की शक्ति है
सारे विश्व में भारत जैसा कोई देश नहीं
है यह हम सबका विश्वास
मेरा भारत हमारा सब का प्रिय भारत

Wednesday, May 27, 2015
Topic(s) of this poem: patriot
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