वक्त Poem by Ajay Srivastava

वक्त

वहीं हमेशा आपके साथ
कभी भी आप को धोका नहीं देगा
ताजगी का एहसास भी दिलाता है ।


यह सब खूबी होने के बाबजूद
कोई इसकी कदर नहीं करता
बाद में इसी को दोष देते है ।


बड़े ही सहज भाव से कह देते है
बुरा बना देते है
कहते है वक्त ख़राब है।

Saturday, May 23, 2015
Topic(s) of this poem: time
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