ये देश हमारा है Poem by Aftab Alam

ये देश हमारा है

Rating: 5.0

अपना ये वतन, प्यारा ये वतन, ये देश हमारा है,
पँक्षी चहके, बगिया महके, ये गुलशन प्यारा है
ये देश हमारा है, ये देश हमारा है,

माथे मूकुट है हिमालय, सागर चरण पखारे
संतो का हृदय है इसका, शाँति गीत है पुकारे
चिश्ती हैं यहाँ, गौतम हैं यहाँ, गंगा की धारा है
राम की महिमा, कृष्ण की लीला, कितना प्यारा है ॥
ये देश हमारा है, ये देश हमारा है,
अपना ये वतन, प्यारा ये वतन, ये देश हमारा है,
पँक्षी चहके, बगिया महके, ये गुलशन प्यारा है
ये देश हमारा है, ये देश हमारा है,


भक्तो की धरा, है अपनी धरा, भक्तों ने सँवारा है
रंगो से भरी ये अपनी धरा, ये विश्व हमारा है
‘जन मन' के हैं गान यहाँ, वीरों के बसतें प्राण यहाँ
‘सारे जहाँ' से अच्छा, ये हिंदुस्ताँ हमारा है ॥
ये देश हमारा है, ये देश हमारा है,
अपना ये वतन, प्यारा ये वतन, ये देश हमारा है,
पँक्षी चहके, बगिया महके, ये गुलशन प्यारा है
ये देश हमारा है, ये देश हमारा है,
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Monday, September 15, 2014
Topic(s) of this poem: patriotic
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Aftab Alam

Aftab Alam

RANCHI,
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