पीले पत्तों से ये रिश्ते Poem by Kezia Kezia

पीले पत्तों से ये रिश्ते

पीले पत्तों से ये रिश्ते

टूटकर डाली से बिखरते जायेंगे

पता नहीं किसी मोड़ पर जुड़ पायेंगे

या बेबसी में कदमों तले कुचले जायेंगे

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Friday, May 19, 2017
Topic(s) of this poem: relationship
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