भारतीय अंतरिक्ष अनुसन्धान संगठन Poem by Ajay Srivastava

भारतीय अंतरिक्ष अनुसन्धान संगठन

विज्ञानं की श्रेष्ठता।
समय का महत्व।
कर्म की प्रयोगिकता।
परिश्रम का फल।

पवित्र अग्नि की स्वीकृति के साथ।
भारतीय अंतिरिक्ष यान उड़ चला अंतरिक्ष से साक्षत्कार करने।
पल पल सितरों की तरह अलग होते यान।
अपनी अपनी कक्षा में स्थापित होने के लिए।

प्रकृति में छुपे ज्ञान को जन मानस को पहुचने को आतुर।
विचित्र व विलक्षण रंग रूप के चित्र खोज को विवश कर देते वेज्ञानिको को।
जैसे अंतरिक्ष कह रहा हो यह तो आरम्भ अंतरिक्ष इतिहास की।
जैसे अंतरिक्ष कह रहा हो अभी तो मेरे इतिहास में बहुत कुछ छिपा हुआ है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसन्धान संगठन
Wednesday, February 15, 2017
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