दूरी Poem by Ajay Srivastava

दूरी

आशा की एक किरण सक्षम होती है|
धूमिल हुए विशवास को कायम करने के लिए|

विशवास पर ही समस्त संसार के जीवन का आधार है|
यही विशवास समस्त संसार का परिवहन तंत्र है|

तंत्र जो अनेक समब्न्धो का शक्ति का स्त्रोत है|
स्त्रोत जो अच्छे व बुरे का अहसास करा देता है|

अहसास जो कभी क्रोध तो कभी खुशी दे जाता हे|
साथ ही साथ दूरी को कम ज्यादा कर जाता है|

दूरी देशो के बीच हो तो युद्ध को निमत्रण दे देती है|
दूरी व्यक्तियो के बीच हो तो कटूता को निमत्रण दे देती है|

दूरी
Wednesday, April 20, 2016
Topic(s) of this poem: way
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