राजनीति Poem by Ajay Srivastava

राजनीति

गोरो और काले मे होती है
देश मे होती है विदेश मे होती है 11
अमीर और गरीब के लिए होती है
पुरुष भी करते है महिला भी करते है 11
सडक पर भी भी होती है
बंद कमरो मे भी होती है 11
परिवार समूह भी पिछे नही है 11
ना चाहते हुए भी समझ ली जाती है
चाहते हुए भी समझ मे नही आती 11
जन जन मे बसी हुई है
हर कोई बात करता है लाभ की
पर यह एक ऐसा विषय है जहाँ पर
100 मे 10 लोगो लाभ होता है फिर भी
बात 100 मे 100 से बात करते
इसी को कहते राजनीति 11

COMMENTS OF THE POEM
READ THIS POEM IN OTHER LANGUAGES
Close
Error Success