आँखो से बात करे Poem by Mahesh kumar Boss

आँखो से बात करे

Rating: 3.5

कभी आता है ख्याल तुम्हारा,
दिल करता है तुमसे बात करे,
इतनी तो दुश्मनी नहीं है
चलो एक मुलाकात करे।
मै तुमसे तुम मुझसे हो,
खफा किस बात पर मालूम नहीं,
इश्क पर किसी का जोर चलता नहीं,
जब इश्क का फैसला दो दिल साथ करे।
कहाँ से इब्तिदा करिये अब,
कि दीदार हुआ है तुम्हारा हमको,
दिल फिर भी कह रहा है जानम,
लबो को बंद रहने दो आँखो से बात करे।

Friday, April 8, 2016
Topic(s) of this poem: love
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