प्रयास करे Poem by Ajay Srivastava

प्रयास करे

अन्याय को होते चुपचाप देखना
अन्याय को प्रोत्साहन देना है|
असत्य बोलने वालो का साथ देना
बुरे कर्म को अपने मे समाहीत करना है|
गन्दगी फेलाने को न रोकना
रोगो को निमंञण देना है|
गेर कानूनी कार्य करने बडावा देना
जुर्म को बडावा देने जैसा है|

अपने कर्तव्य का पालन न करना
अपने आप को एक अच्छा नागरिक बनने से रोकना है |
आऔ मिलकर एक प्रयास करे
सब को नही तो किसी एक को
अपने ह्रदय से दूर कर दे
और गर्व से कहे हम भारतीय है|

Friday, December 4, 2015
Topic(s) of this poem: attraction
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