प्रिय माँ Poem by Ajay Srivastava

प्रिय माँ

बचपन में माँ एक शिक्षक की तरह होती है।
योवन में माँ एक दोस्त की तरह होती है।
आप अपने परिवार की जिम्मेदारियों और समस्या से घिरे होते है तब
माँ एक चिकित्सक की तरह हर समस्या पर मरहम का काम करती है।
जब माँ नहीं रहती तो वह स्वर्ग से आशीर्वाद की वर्षा करती है।

प्रिय  माँ
Monday, October 5, 2015
Topic(s) of this poem: mother
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